या हुसैन या हुसैन कि नारो से गूंज उठा कुर्था की धरती



रिपोर्ट, संजय सोनार
कुर्था (अरवल) या हुसैन या हुसैन के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा हालांकि मोहर्रम को लेकर मुस्लिम धर्म लंबियों के खलीफा के द्वारा बाजार की सड़कों पर पारंपरिक कर्तव्य दिखाते दिखे। हालांकि मोहर्रम को लेकर सुरक्षा का भी व्यापक इंतजाम देखा गया। चप्पे चप्पे पर पुलिस वालों की तैनाती रही। कुर्था डीह जामा मस्जिद कारी साबिर अली इमाम ने बताया कि इस्लाम धर्म के नए साल की शुरुआत मोहर्रम महीने से होती है यानी कि मोहर्रम का महीना इस्लामी साल का पहला महीना होता है। इसे हिजरी भी कहा जाता है। हिजरी सन की शुरुआत इसी महीने से होती है यही नहीं मोहर्रम इस्लाम के चार पवित्र महीना में से एक है। इस्लामी कैलेंडर के अनुसार मुहूर्रम को चार पवित्र महीनों में से एक माना जाता है। इसके दसवें दिन अशूरा मनाया जाता है इस्लामी कैलेंडर में पहला महीना मुहर्रम का है। इस माह को पाक महीने में से एक माना जाता है। वही समाज सेवी प्रणव कुमार ने कहा कि हमे सब धर्मों के सम्मान करना चाहिए हम सभी को आपस मे भाईचारे के निर्वाह करना चाहिए।