अरवल में भूमिहारों ने अपने हक के लिए भरी हुंकार सितम्बर में बड़ी सम्मेलन की होगी तैयारी


जिला मुख्यालय स्थित रॉयल रिसॉर्ट में भूमिहार विकास मोर्चा की बैठक मेहंदिया पहलेजा पंचायत के पूर्व मुखिया मेघनाथ शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिसमें सर्व समिति से विकास मोर्चा का संयोजक मनोज मुखिया को एवं सहसंयोजक समाजसेवी विक्रम कुमार को मनोनीत किया गया । 51 सदस्य समिति का भी गठन किया गया । सर्व समिति से निर्णय लिया गया कि एनडीए गठबंधन के साथ 1996 से पूरा भूमिहार समाज साथ रहा है किंतु आगामी विधानसभा चुनाव में कुर्था के पूर्व विधायक जो पिछले तीन विधान सभा चुनाव में कुर्था क्षेत्र से क्रमशः 1500 2200, 700, मत प्राप्त कर जनता द्वारा नकार दिय गए हैं।आज वही पति-पत्नी अरवल से विधानसभा भाजपा से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए घूम रहे हैं और अपने को संभावित उम्मीदवार घोषित किए हुए हैं । जिससे आज भूमिहार समाज में काफ़ी आक्रोश है। भूमिहार समाज हमेशा से अन्य विधान सभा में दूसरे समाज के लोगों को साथ देकर सदन में भेजने का काम किया है। कुर्था में सुचित्रा सिन्हा को भूमिहार समाज ने ही मत देकर 2005 में चुनाव जिताने का काम किया था। किंतु 2009 में पति पत्नी जदयू छोड़कर भाग गए। और लगातार एनडीए को हराने के लिए काम करते रहे। आज लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में आस्था रखते हुए कहा कि हम सभी भारतीय जनता पार्टी में विश्वास रखते हैं बिहार के नेता नीतीश कुमार में आस्था रखते हैं लेकिन भूमिहार समाज की भागीदारी अरवल से प्रतिनिधि के रूप में अवश्य करने पर एनडीए गठबंधन विचार करें अन्यथा समाज अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होगा। भूमिहार समाज मुख्य रूप से बिहार, झारखंड , और उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में निवास करता है भूमिहार समाज एक बुद्धिजीवी समाज है कृषक समाज है और बलिदानी समाज है अनादि काल से भूमिहार समाज के लोगों ने मुगलों के आक्रमण पर, अंग्रेजों का शासन काल में आगे बढ़कर अत्याचारियों और अन्यायों के खिलाफ युद्ध लड़ा और एकत्रित होकर भारत मां के आजादी में भाग लिया है । आज भूमिहार समाज नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरी तरह एक है ।परंतु अरवल विधानसभा सीट के मुद्दे पर समझौता करने को तैयार नहीं है। आज समाज आहत है तथा अपने को ठगा महसूस कर रहा है। भूमिहार समाज के प्रबुद्ध जनों की आज अरवल के हाल में बैठक हुई और यह निर्णय लिया गया की पार्टी नेतृत्व से आग्रह किया जाए कि भूमिहार समाज से ही किसी योग्य व्यक्ति को अरवल विधानसभा से एनडीए का उम्मीदवार बनाया जाए अन्यथा भूमिहार समाज स्वतंत्र रूप से अपना निर्णय लेगा और एक होकर विरोध करेगा।