खसखोरी भगवती मंदिर के प्रथम वर्षगांठ पर लगा श्रद्धा व भक्ति का मेला


मखदुमपुर(जहानाबाद) : प्रखंड के खसखोरी गांव में मंगलवार को भगवती मंदिर के प्रथम वार्षिकोत्सव पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया। सबसे पहले पारंपरिक पूजा-अर्चना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उसके बाद गांव व इलाके से आए प्रसिद्ध कीर्तण मंडली के गायकों ने मंदिर परिसर में संुदरकांड का सामुहिक पाठ से पूरे माहौल को भक्ति की ध्वनि तरंगों से स्पंदित कर दिया। कार्यक्रम के उतरार्द्ध में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मौके पर आए गायक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भक्ति संगीत से माहौल को भक्ति की रसधार से सराबोर कर दिया। गौरतलब हो कि गत वर्ष जुलाई महीने में गांव के ही सामाजिक कार्यकर्ता मदन शर्मा व कौशलेन्द्र कुमार गुड्डू ही अगुआई में विभिन्न प्रकार के धार्मिक अनुष्ठानों के साथ गांव के प्रसिद्ध देवी मंदिर का जिर्णोद्धार के बाद मां की बड़े धूम-धाम से कई दिनों तक प्रतिष्ठापना समारोह का आयोजन किया गया था। एक साल संपन्न होने पर इस एक बार फिर गांव व इलाके के लोगों ने बड़ी श्रद्धा से वार्षिकोत्सव का आयोजन किया। धार्मिक आयोजन को ले मंगलवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं में खासा उस्साह देखा जा रहा था। कई श्रद्धालु नर-नारियों ने मंदिर परिसर में आयोजित सामुहिक सुंदकांड के पाठ में हिस्सा लेकर अपने को धन्य पाया। आयोजन में प्रमुखता व सक्रियता से भागीदारी निभा रहे मदन शर्मा, श्रीनिवास शर्मा, नवीन कुमार, मनोज कुमार व विकास कुमार सरीखे श्रद्धालुओं ने बताया कि मां भगवती की मंदिर ग्रामीणों की श्रद्धा का बड़ा केन्द्र है। मां का मंदिर ग्राम वासियों की आस्था का बड़ा केन्द्र है। यहां मंदिर के वार्षिकोत्सव पर समारोह से गांव के लोगों की आस्था व भावना जुड़ी है। पूरे कार्यक्रम में लगभग दिन भर गावों के लोग पूरी श्रद्धा व भक्ति भाव से धार्मिक समारोह में भागीदार बने रहे।
-गायक कलाकारों ने अपनी धार्मिक गीत-संगीत प्रस्तुतियों से बांधा समा :
भगवती मंदिर के प्रथम वार्षिकोत्सव को ले मंगलवार की सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। आसपास के गांवों से चुनिंदा गायक कलाकारों को पहले ही आमंत्रित किया गया था। ऐसे में गायकों का भी पहले से ही आगमन शुरू हो गया था। मौके पर पहुंचे प्रमुख गायकों में उदय शर्मा, जयराम यादव, रामसुंदर शर्मा व मृत्युंजय कुमार सरीखे गायकों ने शानदार प्रस्तुतियों से सबको मुग्ध कर दिया। जब एक बार जमावड़ा लगा तो फिर गायकों ने पहले सुंदरकांड के सामुहिक व लयबद्ध पाठ से ऐसा समा बांधा कि आम लोग भी उनके सुर में सुर मिलाकर मग्न हो गए। दोपहर बाद सुंदरकांड के पाठ संपन्न होने पर धार्मिक गीत-संगीत का सिलसिला शुरू हुआ तो फिर क्या कहने थे। एक से बढ़कर एक भक्तिधुन की तान छेड़कर गायक कलाकारों ने मौके पर रहे सैकड़ो स्रोताओं काे मुग्ध कर दिया। मौके पर श्रद्धालुओं में पुरूषों के अलावा नारियों की भी अच्छी संख्या पूरी तन्मयता से भागीदार बनी रही। कुल मिलाकर दिन भर खसखोर गांव व आसपास के इलाके में मंगलवार काे दिन भर भक्ति का वातावरण कायम रहा। अंत में भगवान की सामुहिक आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।