शिक्षा का उद्देश्य बच्चों का सर्वांगीण विकास ही है- अभिषेक आनन्द


जहानाबाद
मानस विद्यालय, बभना में सी.बी.एस.ई. द्वारा प्रस्तावित विषय “छात्रों के सर्वांगीण विकास में शिक्षकों की भूमिका“ पर शैक्षणिक उन्नयन हेतु दो दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन निदेशक अभिषेक आनन्द , रीसोर्स ट्रेनर संजय कुमार एवं प्रतीक विकास ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए अभिषेक आनन्द ने शिक्षकों से कहा कि सही मायने में शिक्षक ही माली है। इस तरह के कार्यशाला का उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ शिक्षकों को तराशने के लिए होता है। अक्सर शिक्षकों का मूल्यांकन केवल इस आधार पर किया जाता है कि उसकी कक्षा में कितने बच्चों ने अक्षर ज्ञान प्राप्त कर लिया है। शिक्षक भी रिपोर्ट को बेहतर बनाने के लिए छात्रों को अक्षर ज्ञान देने में जी तोड मेहनत करते हैं। लेकिन क्या सिर्फ इससे प्राथमिक शिक्षा का उद्देश्य पूर्ण हो जाता है? क्या सिर्फ अंक दौड़ में सफल होना मात्र ही शिक्षा का उद्देश्य है? इस अंक दौड में मानवीय और नैतिक मूल्यों का विकास कहीं पीछे छूट गया है। अक्षर ज्ञान के साथ शिक्षा का दायरा कहीं अधिक विस्तृत होना चाहिए। ट्रेनर संजय कुमार और प्रतीक विकास ने स्मार्ट बोर्ड एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से शैक्षणिक माहौल कैसे तैयार हो, इसकी जानकारी तफसील से दी। उन्होंने प्रोजेक्टर के माध्यम से बताया कि छात्रों में अनुशासन, आत्म नियंत्रण, सहनशीलता, इमानदारी, करूणा, सहानुभूति, दूसरों का सम्मान, देश प्रेम, स्वस्थ आदतें सिखाने का सबसे उपयुक्त समय यही होता है। बच्चों का सर्वांगीण विकास ही प्राथमिक शिक्षा का उद्देश्य होना चाहिए। तत्पश्चात् ट्रेनर को पुष्प गुच्छ एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापण योगेन्द्र कुमार एवं शेखर कुमार ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकों क्रमशः राजीव नयन, प्रभात रंजन, श्री राम शर्मा, दीपक कुमार, हिमांशु सिन्हा, चित्रा सिन्हा , रीता देवी इत्यादि ने भी अपने विचार रखे।