पंडित मदन मोहन मालवीय एवं अटल बिहारी बाजपेयी जी की जन्म जयंती पर विप्र सम्मेलन का आयोजन


जहानाबाद
विप्र समाज का सम्मेलन परशुराम सेवा समिति के तत्वावधान में जहानाबाद सदर प्रखंड के किनारी में स्थित कीर्तिमान संस्कृती विद्यालय के प्रांगण में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय एवं पंडित अटल बिहारी वाजपेई की जन्म जयंती समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विप्र सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। समारोह का विधिवत शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रभु दास जी महाराज, जिला अध्यक्ष कौशलेंद्र उपाध्याय , संगठन के संयोजक मुचकुन्द तिवारी , विशिष्ट अतिथि डॉक्टर विमल कुमार पांडे ने संयुक्त रूप से पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। उद्घाटन कार्यक्रम में वैदिक मंत्र की ध्वनि गूंजती रही। कार्यक्रम की संपूर्ण व्यवस्था पंकज कुमार मिश्रा एवं श्री नरोत्तम मिश्रा जी के द्वारा किया गया था। पंडित मदन मोहन मालवीय जी के जीवन पर व्याख्यान देते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री प्रभु दास जी ने बताया कि पंडित जी ने अपने जीवन को समाज के लिए त्याग और अपने विद्वता के कारण सबों के बीच में एक ब्राह्मण का जो पहचान है उस पहचान को बरकरार रखा है। अटल बिहारी वाजपेई ने अपनी पहचान अपने कृतित्व के कारण बनाई है । कार्यक्रम में श्री विमल पांडे जी के द्वारा सुंदरकांड पुस्तक का वितरण भी किया गया जो कि हर विप्र के घर तक पहुंचेगी। कार्यक्रम के संयोजक मुचकुंद तिवारी ने भी दोनों महानुभावों के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला साथ ही विप्र समाज के भूमिका पर बात की । ब्राह्मण समाज को अपने पुराने वैभव और प्रतिष्ठा को बरकरार रखने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के अध्यक्ष कौशलेंद्र उपाध्याय जी ने भी अपना विचार व्यक्त किया। आए हुए अतिथियों को सम्मान देने का कार्य नरोत्तम मिश्रा जी एवं श्री पंकज मिश्रा के द्वारा किया गया। पूरे कार्यक्रम में मंच संचालन राजेश कुमार मिश्रा के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से अधिवक्ता राजीव पांडे, गिरीश पाठक, अरविंद कुमार मिश्रा, सुधांशु कुमार मिश्रा, विनायक पाठक, सूर्यभूषण पांडेय, गणपति मिश्र, संकट मोचन विद्यार्थी, डॉक्टर उदय तिवारी सहित सैकड़ो ब्राह्मण उपस्थित हुए और सभी ने इस प्रकार के आयोजन को सराहा। अंत में धन्यवाद ज्ञापन नरोत्तम मिश्रा जी के द्वारा करते हुए वन्देमातरम के साथ कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।