शहीद के स्मृति द्वार का उद्घाटन और बड़ी संख्या में लगाए गए फलदार तथा छायादार वृक्ष के पौधे


कल्पा( जहानाबाद)
वीर सपूत गोपाल शर्मा की चौथे शहादत दिवस पर उनके पैतृक गांव कल्पा में मंगलवार को समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर शहीद स्मारक स्थल के पास लाखों रुपये से निर्मित स्मृति द्वारा का उदघाटन पूर्व सांसद डा. अरुण कुमार, एसपी अरविंद प्रताप सिंह एवं शहीद श्रीगोपाल के दादा शुभेन्द्र शर्मा आदि ने संयुक्त रूप से किया। श्रद्धांजलि समारोह में पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार ने कहा कि गोपाल शर्मा जैसे वीर सपूत जिस गांव में जन्म लेते हैं वहां की मिट्टी धन्य है। उन्होंने कहा कि जहानाबाद शहादत की भूमि रही है। 1857 की क्रांति में वीर कुंवर सिंह के साथ जहानाबाद के लोग भी कदम से कदम मिलाकर चले थे। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन को और अधिक बढ़ावा मिलनी चाहिए।
कार्यक्रम में एसपी अरविंद प्रताप सिंह ने कहा कि वर्दी पहनने वाले चाहे जिस फौज में हो सभी एक ही संगठन के हैं। हम लोगों की कोशिश है कि जिले में हुए शहीदों की एक सूची बनाई जाए। जिसके माध्यम से शहीदों के परिवार तक पहुंचने में सुविधा हो। उन्होंने कहा कि गोपाल शर्मा की शहादत को कभी भुला नहीं जा सकता है। कार्यक्रम में मौजूद जदयू के जिलाध्यक्ष दिलीप कुशवाहा ने कहा कि जिले के लिए गोपाल शर्मा की शहादत गर्व की बात है। कार्यक्रम में शामिल सभी लोग शहीद गोपाल शर्मा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान शहीद गोपाल शर्मा के स्वजनों के द्वारा जरूरतमंदों के बीच कंबल का वितरण किया गया। मौके पर बड़ी संख्या में जरूरतमंदों को कंबल दिया गया। बताते चलें कि छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ के पद पर कार्यरत गोपाल शर्मा ड्यूटी के दौरान वीरगति को प्राप्त किए थे। शहीद के स्मृति द्वारा का उद्घाटन और बड़ी संख्या में फलदार तथा छायादार वृक्ष के पौधे लगाए गए। लगाए गए पौधे निश्चित ही भविष्य में वृक्ष बनेंगे और यह हमेशा लोगों को गोपाल शर्मा की शहादत और वीरता को याद दिलाता रहेगा। शाम में शहीद गोपाल के स्मारक पर कैंडल जलाया गया। इसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान देश भक्ति गीत और भारत माता की जय, शहीद गोपाल अमर रहे के नारे से पूरा इलाका गूंजता रहा। कार्यक्रम का संचालन डॉ रघुवंश मिश्रा ने किया। के दौरान ने कहा कि शहीदों के सपनों को पूरा करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मौके पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा, राजद के वरिष्ठ नेता रमेश यादव, शिक्षक राजीव रंजन, मुखिया अशोक प्रसाद, पूर्व मुखिया शंकर शाव, शहीद के पिता कौशलेंद्र कुमार, पतंजलि के चंदन कुमार समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग तथा ग्रामीण मौजूद थे।